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आर्य समाज आर्षगुरुकूल नोएडा ने निकाली राष्ट्र- प्रेम,जनजागृति शोभा यात्रा

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मैट्रो मत न्यूज ( चेतन शर्मा नोएडा ) आर्य समाज,आर्ष गुरुकूल,वानप्रस्थाश्रम नोएडा ने डा.जयेंद्र आचार्य के ब्रह्मत्व में सामवेद पारायण यज्ञ कर निकाली राष्ट्र प्रेम,जनजागृति शोभा यात्रा। कार्यक्रम में मुख्य यज्ञमान श्रीमती शकुंतला सेतिया, सरदाना परिवार,आर्य कैप्टन अशोक गुलाटी,विजेंद्र कठपलिया सपत्नीक,सेठ परिवार, कठपालिया परिवार,मिथिलेश गुप्ता,कमलेश भाटिया,आदर्श बिश्नोई आदि रहे।डा जयेंद्र आचार्य जी ने यज्ञोपरांत यज्ञ की महिमा पर चर्चा करते हुए कहा कि यज्ञ शब्द देव पूजा, संगतिकरण,दान अर्थ वाली यज्ञ धातु से नङ् प्रत्यय होकर निष्पन्न हुआ है,जिसमें देव पूजा, संगतिकरण दानादि भावों की प्रेरणा निहित है। शतपथ ब्राह्मण में यज्ञो वै श्रेष्ठतम कर्मः अर्थात यज्ञ संसार का श्रेष्ठतम् कर्म है यज्ञ की महिमा,वेद,उपनिषद,ब्राह्मण ग्रन्थ,मनुस्मृति,गीता आदि सभी शास्त्रों में प्रतिपादित की गई है।उन्होंने आगे कहा कि महर्षि दयानंद ने पंच महायज्ञ को करने का विधान किया है,हमें उसे जीवन में नित्य करने चाहिएं। विशाल शोभा यात्रा शहर के मुख्य मार्गों सेक्टर 33 से प्रारंभ होकर गिझौड़ रोड,सेक्टर 57,22,25, 56, चौड़ा मोड़,

मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण पर पहुंचे प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा

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मैट्रो मत न्यूज ( डॉ विकास दुबे बहराइच ) - जनपद बहराइच के एक दिवसीय दौरे पर मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने मेडिकल कॉलेज के भीतर बने सभी वार्डों का बारीकी से निरीक्षण किया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद आलोक कुमार ने अस्पताल के सभी कर्मचारियों से बातचीत की और चिकित्सा व्यवस्था की वास्तविकता से रूबरू हुए। मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा कि शासन के निर्देश पर आज मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया है। सरकार के द्वारा सभी मेडिकल कॉलेजों के पास नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की व्यवस्था की गई है ऐसे में बहराइच में भी नर्सिंग कॉलेज को लेकर निरीक्षण किया गया है आलोक कुमार ने यह भी बताया कि प्रीमेच्योर नवजात बच्चों के लिए अस्पताल की तरफ से क्या व्यवस्था की गई है इसका भी निरीक्षण करना था। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार के बहराइच मेडिकल कॉलेज पहुंचने एवं निरीक्षण करने के बाद लखनऊ रवाना होने तक स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

पूर्वांचल समाज की आस्था का महापर्व है छठ :- विनोद तावड़े

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मैट्रो मत न्यूज ( चेतन शर्मा दिल्ली ) पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में "अभिलाख फाउंडेशन" छठ पूजा समिति द्वारा आयोजित छठ पूजा में विधायक अभय वर्मा अपनी धर्मपत्नी के साथ शकरपुर स्कूल ब्लॉक स्थित रामलीला पार्क (नियर मदर डेयरी बूथ) में लोकास्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देने छठ घाट पहुंचे। इस दौरान उनकी धर्मपत्नी छठ व्रत में थीं। विधायक अभय वर्मा की धर्मपत्नी गत कई वर्षों से छठ महापर्व का व्रत रखती आ रही हैं और इस वर्ष अपने परिवार सहित शकरपुर के रामलीला पार्क छठ घाट आकर छठ महापर्व मनाया। विधायक अभय वर्मा के साथ भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री व बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े ने सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और साथ ही पूजा-अर्चना कर  छठी मैया से लक्ष्मी नगर क्षेत्रवासियों के लिए मंगल कामना की। इस अवसर पर विधायक अभय वर्मा ने कहा कि मैं छठी मैया से कामना करता हूं कि वे क्षेत्रवासियों को सुख, शांति व समृद्धि प्रदान करें और क्षेत्र में विकास के लिए छठी मैया हम सभी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें। अभय वर्मा ने छठ महापर्व के महत्व को समझाते हुए बताया कि प्रकृति के इस अ

"सेवा सदन जन कल्याण समिति" ने धूमधाम से मनाया छठ महापर्व

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मैट्रो मत न्यूज ( चेतन शर्मा दिल्ली ) पूर्वी दिल्ली स्थित लक्ष्मी नगर के बीजेपी विधायक अभय वर्मा के सहयोग से सब्जी मंडी सोनिया विहार साकेत ब्लॉक पार्क, हरिजन कैंप, मंडावली में सेवासदन जन कल्याण समिति ने बड़ी धूमधाम से छठ महापर्व मनाया। आरडब्लूए सचिव व छठ पर्व आयोजक संतोष शाह ने जनसागर टुडे संवाददाता से बातचीत में कहा कि छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से मनाया जाता है। ये व्रत संतान की लंबी उम्र, उसके स्वास्थ्य, उज्जवल भविष्य, दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना के लिए रखा जाता है। छठ महापर्व के शुभ अवसर पर प्रेम प्रकाश तिवारी, राकेश ठाकुर, राजकुमार शाह, संजय शाह, संदीप कुमार, रेणू मनोज जैन, पूजा, मंजु शुक्ला, और हरिजन कैंप के प्रधान अयूब व अन्य  कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

आज़ादी के 75 वें अमृत महोत्सव पर भारतीय बैंकों की भूमिका :- सौम्या शिवानी

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मैट्रो मत न्यूज ( संवाददाता नई दिल्ली ) देश को मिली आजादी के बाद से अब तक 75 वर्षों मे हमारे भारत के बैंक सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था की रीढ बन गए हैं । सामाजिक उत्थान, कृषि व किसानी, व्यापारिक,  औद्योगिक, विदेशी व्यापार, सहकारिता, चिकित्सा,  विज्ञान, आवास,  शिक्षा और रोजगार सृजन आदि जीवन के प्रायः सभी क्षेत्रों में बैंकों की अहम भूमिका है। बैंक व्यवस्था,  प्रशासन सुधार,  आधुनिकीकरण विस्तार, पारदर्शिता, सम- व्यवहार, बैंक कर्मचारियों को उच्चतम प्रशिक्षण, ग्राहक सुविधाओं का निरंतर व तीव्र विस्तार और पैनी सतर्कता आदि वर्तमान व भावी समय की मांग है। कौन कहता है कि आसमान मे छेद नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालकर  मारो यारो। इस बात को कर दिखाया भारतीय बैंकों ने। क्या कोई सोच सकता था कि भारतवर्ष से 'महाजनी प्रथा' का उन्मूलन होगा? देश को आजादी मिलने के बाद बैंकों के माध्यम से भारत सरकार ने शोषण व दोहन करने की महाजनी प्रथा को समाप्त कराया। जरूरतमंदों को सुगमतापूर्वक न्यूनतम व्याज पर ऋण प्रदान करा कर महाजनी कुप्रथा का समूल नाश किया हमारे भारतीय बैंको की अद्वतीय भूमिका ने। यदि यह कहें कि हमा

"फ्लिपकार्ट" की गजियाबाद डासना ब्रांच में धूमधाम से हुआ बी.बी.डी का स्वागत

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मैट्रो मत न्यूज ( संवाददाता गजियाबाद ) गजियाबाद के महरौली स्थित अदित्य वर्ल्ड सिटी के पार्क टाउन कमर्शियल कॉम्प्लेक्स "इंस्टाकार्ड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड" ( फ्लिपकार्ट ) की डासना ब्रांच ऑफिस  में ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से मनाया गया बिग ब्रिलियंट डे ( BBD ) हर साल की तरह इस साल भी ग्राहकों की सुविधा के लिये त्योहार पर आने वाले आकर्षक ऑफर को ध्यान में रखते हुऐ गजियाबाद की डासना ब्रांच पर ब्रांच हेड के नेतृत्व में BBD की तैयारी की गई व डासना ब्रांच के सभी स्टाफ के साथ साथ WM ने भी आने वाले दिनों के लिये महत्वपूर्ण तैयारी शुरु कर दी है इस अवसर पर ब्रांच हेड "विवेक कुमार सिंह" ने केके काटकर BBD का स्वागत कर सभी स्टाफ के साथ आने वाले दिनों के लिये की गई तैयारियों का जायजा लिया। इस मौके पर डासना ब्रांच TL पंकज सिंह, TL मुकेश कुमार, TL प्रदीप सिंह, TL रोहित मार्शल व TL वेद शुक्ला सही समस्त स्टाफ मौजूद रहा।

पितरों के मोक्ष का सरल साधन है पिण्डदान :- लाल बिहारी लाल

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मैट्रो मत न्यूज संवाददाता दिल्ली :- बहुत सदकर्म करने के  बाद मानव के  रुप  में  जन्म मिलता है और  इस जन्म  में सभी अपने ईच्छानुसार काम  करते है।  औऱ सभी को अपने-अपने  कर्मों  के  हिसाब  से मृत्यु के  बाद परलोक  में  जगह मिलती  है ।  सभी प्राणी के  कमों का  हिसाब या यूं  कहे  कि  लेखा-जोखा देना पड़ता  है। पर  कुछ  प्राणी अपने सद्कर्मों से  पिछे रह  जाते  है. इससे उनकी आत्मा भटकती रहती है। उनके  भटकती आत्मा को शांत करने या मोक्ष  के  लिए अपने  पितरों का पिण्ड दान या श्रद्धा से श्राद्ध करते  है इसलिए इसे  श्राद्ध कहा गया। पिण्डदान मोक्ष प्राप्ति  का   सरल वं  सुगम  मार्ग है। यह अश्विन माह के प्रतिपदा से  शुरु  होकर एक  पक्ष  यानी  अश्विन  मास  के अमावस्या  तक  चलता  है। इस  दौरान अलग-अलग तिथि को पितरो  का तर्पण करते  है। श्राद्ध करने का सीधा-सीधा संबंध पितरों यानी अपने दिवंगत पारिवारिक जनों का श्रद्धापूर्वक किए जाने वाला स्मरण है जो उनकी मृत्यु की तिथि में किया जाता हैं। अर्थात पितर प्रतिपदा को स्वर्गवासी हुए हों, उनका श्राद्ध प्रतिपदा के दिन ही होगा। इसी प्रकार अन्य दिनों का भी, लेकिन वि