'होलिस्टिक मेडिसिन रिसर्च फाउंडेशन' का पारंपरिक चिकित्सा कार्यकर्म सम्पन
Metro Mat News ( Chetan Sharma Delhi ) 'होलिस्टिक मेडिसिन रिसर्च फाउंडेशन' हैदराबाद ने दिल्ली डॉ अम्बेडकर इंटरनेशनल सेटर में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया।
एचएमआरएफ ने पारंपरिक चिकित्सा पर तीसरी विश्व कांग्रेस शुरू की है और इसे प्रोफेसर (डॉ.) दीपक राउत, महानिदेशक, होलिस्टिक मेडिसिन रिसर्च फाउंडेशन, तेलंगाना, भारत के नेतृत्व में "अधिकतम पारंपरिक चिकित्सा विषयों की वैश्विक बैठक/सम्मेलन" के रूप में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में पंजीकृत किया गया। आयोजक ने विश्व स्तर पर भाग लेने वाले अधिकतम पारंपरिक चिकित्सा विषयों के साथ सम्मेलन के आयोजन का रिकॉर्ड बनाया।आयुर्वेद, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, रेकी, एक्यूपंक्चर, कायरोप्रैक्टिक, इरिडोलॉजी सहित कई पारंपरिक चिकित्सा अनुशासन विशेषज्ञ, और एक्यूप्रेशर आदि 30 से अधिक प्रणालियों ने पारंपरिक चिकित्सा के लिए एक मंच बनाने के लिए वर्तमान वैज्ञानिक सत्र, कार्यशाला, स्वास्थ्य शिविर, जागरूकता वॉकथॉन, वृक्षारोपण, दीक्षांत समारोह, महिला सशक्तिकरण, प्रदर्शनी, ध्यान, समूह पैनल चर्चा और पुरस्कार और मान्यता समारोह को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। बांग्लादेश, नेपाल, यूके, श्रीलंका, सिंगापुर, फिलीपींस, कनाडा, ऑस्ट्रिया, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों के प्रतिनिधि 20 से 23 जुलाई, 2023 तक डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर और वाईएमसीए पर्यटक छात्रावास में कई गतिविधियों में शामिल हुए। नई दिल्ली में कुल 600 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हुए। "कम नमक और कम चीनी रैली" जैसी आंखें खोलने वाली गतिविधियां हुईं और 300 से अधिक प्रतिनिधियों को महामारी स्थितियों के दौरान उनके सर्वोत्तम योगदान के लिए कोविड उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में अन्य पुरस्कार जैसे नारी सम्मान, इं. ट्रेडिशनल हीलर अवार्ड आदि भी वितरित किये गये। इस कार्यक्रम में डॉ. अशोक कुमार वार्ष्णेय, सदस्य सलाहकार समिति, आयुष मंत्रालय एवं डॉ. राम आधार यादव, कार्यकारी निदेशक, स्वास्थ्य मंत्रालय, नेपाल भी उपस्थित थे।इस प्रकार की समग्र स्वास्थ्य सम्बंधी गतिविधियों का मंच बनाना और एक-दूसरे को एकीकृत करना ही संस्था का प्रमुख उद्देश्य है, जो विश्व में पारंपरिक चिकित्सा को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस कार्यक्रम को संस्था के कार्यकारी सचिव डॉ. उमाकांत शर्मा एवं सीओओ डॉ. विवेक गुप्ता द्वारा सफलतापूर्वक सहयोग किया गया।