नही रही "तेरी मेरी प्रेम कहानी" की लेखिका माया गोविंद

मैट्रो मत न्यूज ( लाल बिहारी लाल ) नई दिल्ली। बॉलीवुड फिल्मों के लिए कई यादगार गीत लिखने वाली विख्यात हिंदी कवियित्री-गीतकार-गायिका माया गोविंद का लंबी बीमारी के बाद मुम्बई में निधन हो गया। वह 82 वर्ष की थीं।

 माया गोविंद का जन्म 1 जनवरी 1940 ई. को उ.प्र.के लखनऊ में हुआ था। कवि-लेखक-गीतकार  माया गोविंद की शादी राम गोविंद से हुई थी। बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाने के लिए 1970 के दशक में मुंबई जाने से पहले वो एक शिक्षिका के रूप में और ऑल इंडिया रेडियो के साथ काम कर चुकी थी। उन्हें फिल्मों में पहला ब्रेक विनोद खन्ना अभिनित फिल्म आरोप में मिला था। गिने-चुने महिला गीतकारों में शामिल गोविंद ने लगभग 350 से अधिक फिल्मों के लिए गीत लिखे, जिनमें रोमांटिक से लेकर अलग-अलग मूड के गाने शामिल हैं। उन्होंने प्रमुख संगीत निर्देशकों और फिल्म निमार्ताओं के साथ काम किया और टेली-सीरियल्स के लिए शीर्षक गीत के अलावे  मायका, फुलवा,,किस्मत,द्रौपदी, ,विष्णु पुराण,,आप बीती आदी के लिए भी गीत लिखे।टी.वी. सिरीयल महाभारत के लेखक टीम का हिस्सा थी और कई गीत,छंद और दोहे लिखे। इसके अलावा उन्होंने कई किताबें भी लिखीं। 1970 से 2000 तक उन्होंने विभिन्न फिल्मों के लिए कई यादगार गीत लिखे और फिल्म उद्योग में अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने आखिरी फिल्म 2014 में बाजारे हुस्न के लिए गीत लिखी थी। इन्होनें गैर फिल्मी एलबमों में अनुराधा पोडवाल के लिए परम अर्थ गीता सार, अनुप जलोटा को लिए कृष्ण और शिव भजन तथा फाल्गुनी पाठक के लिए मैने पायल है छनकाई जैसे यादगार गीत लिखें। कुछ हिट गानों में गुटुर, गुटूर और ना उन्नीस से कम हो (दलाल), दरवाजा खुला छोड़ आई (नाजायज), आंखों में बस हो तुम (टक्कर), लौंडा बदनाम हुआ (रॉक डांसर), सुन सुन गोरिया (दामन), गले में लाल टाई (हम तुम्हारे हैं सनम),सावन को आने दो, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी,  आँखों में बस हो तुम  तेरी मेरी प्रेम कहानी शामिल हैं। एक मंच कलाकार के रूप में, उनके विजय तेंदुलकर के नाटक, खामोश! अदालत जारी है! में शानदार अभिनय के लिए माया गोविंद को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार दिया गया।  इस महान गीतकार को शत-शत नमन।

(लेखक- साहित्य टी.वी के संपादक है।)

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अहिंसा परमो धर्मः परंतु सेवा भी परमो धर्म है :- आचार्य प्रमोद कृष्णम

पयागपुर विधानसभा के पुरैनी एवं भवानी पुर में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम का हुआ आयोजन

भीषण गर्मी के कारण अधिवक्ता रामदयाल पांडे की हुई मौत