"सूनर बाडू तू" में दिखा भोजपुरी प्रेमियों का उत्साह
"चेहरा देखी चाँद के कितना सूनर लागे" पवन परदेशी और एंजल तेजा की एल्बम हुई रिलीज.. मैट्रो मत न्यूज ( नीरज पाण्डे दिल्ली ) जहाँ सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव से क्षेत्रिये फिल्मों एवं एल्बम बनाने वाले कलाकारों में होड़ लग गई है वहीं ग्रामीण कलाकारों को अपना हुनर दिखाने का सुहाना अवसर प्राप्त हो रहा है। भोजपुरी कलाकार पवन परदेशी ने बताया कि आज भी ग्रामीण आँचल में ऐसे कलाकार मौजूद हैं जिनका मुकाबला सिनेमा जगत कभी नही कर सकता वह तो बस चमक दमक की दुनिया तक सीमित हैं। ग्रामीण कलाकारों में दैविये शक्ति भगवान द्वारा दी गई है जिसके कारण उनको प्रेक्टिस दिखावा आदि करने की जरूरत नही पडती वह अपने क्षेत्रिये भाषा की फिल्म हो या एल्बम जैसे उन्हे बताया जाता है उसी क्रम में पेश कर देते हैं जो दिखावा नही हकीकत लगती है। पवन परदेशी ने बताया कि हमारे साथ कई कलाकार जुड़े हैं जो स्थानीय हैं और उनका अभिनय बहुत ही सराहनीय रहता है।उन्होंने बताया कि मै उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थनगर के एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूँ मैंने अब तक कई भोजपुरी फिल्मो में बतौर हीरो और विलयन की भूमिका निभाई है तथा तमाम ए