चौधरी मंगल सिंह के जन्म दिवस पर हुआ यज्ञ सम्पन्न "वैदिक विद्वान व समाजसेवी हुए सम्मानित"
मैट्रो मत न्यूज ( चेतन शर्मा गजियाबाद ) "सेवा सदन" के संस्थापक एवं महामंत्री चौधरी मंगल सिंह के जन्म दिवस पर 5, सत्यम एनक्लेव, कोट गांव जीटी रोड स्थित सदन के प्रांगण में "केन्द्रीय आर्य युवक परिषद" के महामंत्री प्रवीण आर्य के ब्रह्मत्व में यज्ञ संपन्न हुआ। उनके सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें स्थानीय लोगों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर यज्ञोप्रांत प्रवीण आर्य ने कहा कि यज्ञ कुण्ड सेनेटाइजर यंत्र है,इसमें गौ घृत और ओषधिओं वा वेदमंत्रों से हवन करने से अनेकों रोगों से बचा जा सकता है।वातावरण सुगंधित,पर्यावरण शुद्ध होता है,रोगाणु वायरस नष्ट होते हैं और मानव स्वस्थ रहता है तथा वेदों और संस्कृति की रक्षा होती है।अतः इसे हमें यज्ञ को दैनिक दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। चौधरी मंगल सिंह ने गौवंश को बचाने के लिए कार्य करते रहने के संकल्प को दोहराया है तथा किसानों द्वारा फसलों में प्रयोग किये जा रहे रासायनिक कीटनाशकों को पूर्णतः प्रतिबंधित कराने की प्रतिबद्धता जताई है,आपका कहना है कि किसानों द्वारा फसलों में बहुत अधिक कीट नाशकों के प्रयोग की वजह से हम सभी जीवों का खाना बहुत ही प्रदूषित होगया है,कीटनाशक तत्व हमारे खाने के जीन्स में प्रवेश कर गए हैं जिस की वजह से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हो रही है,बहुत भयंकर केंसर जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है,यदि कीटनाशकों का प्रयोग बन्द नहीँ हुआ तो अगले 10 वर्षों में आधी जनता केंसर से पीड़ित हो जाएगी।
आर्य समाज सिहानी से पधारे वैदिक विद्वान अनिल आर्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब गुरु अविद्वान होता है तब छल, कपट,अधर्म बढ़ता है क्यूं कि एक अयोग्य गुरु स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने के लिए हरपल अपनी अयोग्यता को छल,प्रपंच,अधर्म के द्वारा ढकने का प्रयास करता है।जीविका मात्र हेतु किया गया शास्त्रों का अध्ययन अधर्म को बढ़ावा देता है।वर्तमान समय में गुरुओं की अविद्वता के कारण साधारण मनुष्य धर्म और कर्म का अर्थ समझने और उसे आचरण में उतारने से वंचित हैं। वैदिक विद्वान कुलदीप कुमार जोली ने कहा कि किसानों द्वारा प्रयोग किये जाने वाला कीटनाशक सेहत के लिए बहुत ही नुकसान देय है,इसी की वजह से पेरेलाईसिस,बांझपन,केंसर जैसी बीमारियां हो रही हैं।