आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी समारोह की श्रृंखला में, भारत रत्न "पं0 गोविन्द वल्लभ पन्त" की जयन्ती का आयोजन सम्पन्न
मैट्रो मत न्यूज ( अनिल कुमार हापुड़ ) जनपद हापुड़ में आज के कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी "अनुज सिंह" व अपर जिलाधिकारी "जयनाथ यादव" द्वारा "पं0 गोविन्द वल्लभ पन्त" के छायाचित्र पर माल्यापर्ण कर किया गया।
इस मौके पर जिलाधिकारी "अनुज सिंह" ने "पं0 गोविन्द वल्लभ पन्त" जी के सत्कृत्यों को स्मरण करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत में उ0प्र0 के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में पं0 गोविन्द वल्लभ पन्त ने जमीदारी विनाश अधिनियम 1951 लागू किया। इस एतिहासिक कार्य से देश को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभायी। उन्होने कहा कि पन्त जी का स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होने असहयोग आन्दोलन, साइमन कमीशन के वहिष्कार एवं नमक सत्याग्रह में बढ-चढ कर हिस्सा लिया था। अपर जिलाधिकारी ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि पन्त जी महान देशभक्त, कुशल प्रशासक, सफल वक्ता तथा लेखनी से सशक्त थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बाद उन्होने देश के गृहमंत्री के पद का भी निर्वहन किया। उनकी महान देशभक्ति तथा कुशल सेवा के कारण 1957 में भारत सरकार ने सर्वोच्च उपाधि भारत रत्न से विभूषित किया। इस अवसर पर सभागार में उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी / डिप्टी कलेक्टर "विशाल यादव", कलेक्ट्रेट प्रभारी "पंकज सक्सेना", जिला आबकारी अधिकारी "महेंद्र नाथ सिंह", जिला पूर्ति अधिकारी "राजेश कुमार" , खाद्य विपणन अधिकारी "सुरेश यादव", सी0आर0ए "साधना सक्सेना" सहित कलेक्ट्रेट के अधिकारी व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।