"माँ यमुना जी" सूर्यदेव की पुत्री, शनिदेव, यमराज दोनों भाइयों की लाडली बहन एवं 16 कला युक्त भगवान श्री कृष्ण ( श्रीगिरिराज जी ) की पटरानी है :- मणिकेश चतुर्वेदी

मैट्रो मत न्यूज ( नई दिल्ली ) हमारे इस भावना प्रधान देश भारत मे नेता, अभिनेता, अधिकारी, मवाली, क्रिमिनल, बाहुबलि, धनबली, की माँ, बहन, बेटी, बहु को कोई परेशान या छेड़ खानी नही कर सकता और ना ही किसी की मजाल कि उनके स्वरूप को बिगाड़ सके। कहना हैं "सेडो कैबिनेट" के राष्ट्रीय अध्यक्ष मणिकेश चतुर्वेदी का

उन्होंने बताया ये ही सब मिलकर हमारी माँयमुना जी को, जो सूर्यदेव जी की पुत्री है, शनिदेव, यमराज दोनों भाइयों की लाडली बहन है। और 16 कला युक्त भगवान श्री कृष्ण (श्रीगिरिराज जी) की पटरानी है। उनके निर्मल, अविरल, पवित्र जल स्वरूप को तो हथिनी कुंड बैराज यमुना नगर हरियाणा मे कैद करा दिया गया है। और हमें विश्व की सबसे बड़ी राजनितिक पार्टी की (यू पी हरियाणा समेत) केंद्र की मजबूत सत्ता होते हुए भी कुछ चन्द करप्ट सरकारी नेता अधिकारियो द्वारा केमिकल / तेजाब गंध युक्त (सोनीपत दिल्ली मथुरा व्रन्दावन तक के) सैकड़ो नालो के प्रदूषित पानी को ही यमुना जी का स्वरूप बता कर समझाया जा रहा है। जिनको साफ करने के नाम पर ये भ्रस्ट पॉवर फुल लोग यमुना सफाई के बिल बनाते रहते है। सब कुछ बहुत बुरी तरह बिगाड़ के रखा हुआ है। इसलिए उनके भाई श्री यमराज जी जिनको पिछले वर्ष आवाह्न करके बुलाया गया था और वे कोरोना के रूप मे अवतरित हुए थे वही देश की विध्वंशक् स्तिथि बनाये हुए है। भारत मे और जब तक माँ यमुना जी अपने वास्तविक अविरल निर्मल जल स्वरूप को प्राप्त नहीं कर लेती, ऐसा होते रहने की प्रबल सम्भावनाये है।। प्रधान सेवक मोदी जी और अमित शाह जी को बराबर लिखित प्रार्थना कर उपाय सुझाया जा चुका है। पर वे शायद गुजरात से तो है ? लेकिन वैष्णव संप्रदाय से दूर है। इसलिए वो गंगा जी के बेटे तो बन गए पर यमुना जी के बेटे नहीं बन पा रहे? लेकिन बेकसूर भोले भाले भारतीय नागरिक इन दोनों समय के लोक डाउन मे (गेंहू के वीच घुन जैसे पिसकर मरती जा रही है) लाखों की संख्या मे अपने, रिश्ते, सगै, सम्बन्धीयो को कोरोना रूपी यमराज जी की भेट चढ़ा कर चुके है।। यमुना जी के भाई यमराज जी बहुत कुपित है। इस आस्था के नाम पर दुर्दशा करने वाले यमुना जी के जिम्मेदार राजनितिक मकडजाल के हिस्सेदार नेता अधिकारी कर्मचारी और उन धर्माधिकारीयों पर, अपनी बहन यमुना जी की हालत देख देख कर।। कोई धर्मात्मा यमुना क्रीक बनाने मे लगा है। कोई गिरिराज जी के स्वरूप को ही ले भागा। कोई अपनी बाउन्ड्री मे ब्रज 84 कोस के पौराणिक महत्त्व वाले स्थलों को ही बसा कर आस्था के नाम से पैसा बटोरना चाह रहा है। और तो और अभी पिछ्ले दिनों अमेजॉन साइट पर गिरिराज पर्वत के पाषाण ऑन लाइन बिक रहे थे। हे माँ श्रीयम् यमुना जी सदा सहाय करें।।

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