रिटायर्ड अध्यापक से रिकवरी कराने में शिक्षा विभाग ने टेके घुटने

मैट्रो मत न्यूज ( विकास द्विवेदी तहसील रिपोर्टर पयागपुर बहराइच ) बहराइच जिले के शिक्षा क्षेत्र विशेश्वरगंज अंतर्गत ग्राम सभा का क्रम मोहम्मदपुर के भवन निर्माण में हुई अनियमितता के साथ-साथ सरकारी धन का गमन कर सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए जो असंवैधानिक कार्य किया गया था।

जिसमें भवन निर्माण प्रभारी पर वर्ष 2014 में जांच अधिकारी के द्वारा की गई जांच आख्या मैं अस्पष्ट कहा है भवन प्रभारी मिश्रीलाल तिवारी से रू 4लाख की रिकवरी कां आदेश हुआ था लेकिन विभाग की लापरवाही की बस आज तक लगभग आधे दर्जन से ज्यादा वर्ष बीतने के बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा भवन प्रभारी मिश्रीलाल तिवारी से उक्त धनराशि रिकवरी करने में विकलांग साबित हो रही हैं देखना यह है शिक्षा विभाग और कितने समय में रिटायर्ड अध्यापक जोकि सरकारी धन का गमन कर सरकार को छूना लग गया संबंध में पूर्ण में दिए गए प्रार्थना पत्र पर जब शिकायतकर्ता द्वारा संपूर्ण समाधान दिवस में दिए गए प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही जानी चाहि तो तहसील पयागपुर में उसका कोई साक्ष नहीं मिला और संबंधित अधिकारियों से पूछे जाने पर बताया गया आपकी शिकायती पत्र उसी समय मौके पर मौजूद संबंधित विभाग के अधिकारी को कार्यवाही के लिए दे दिया गया था इस संबंध में जब पत्रकार द्वारा बीएसए बहराइच को फोन करके जानकारी लेते हुए बीएसए महोदय से पूछा के संबंध में आपके तरफ से क्या कार्यवाही की जाएगी तो बीएसए महोदय द्वारा बताया गया कि मामले को संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही की जाएगी। देखना यह है कि क्या बीएसए महोदय बहराइच द्वारा आगे क्या कार्यवाही की जाएगी । उसी  विद्यालय में कुछ धनराशि जो लगभग एक लाख 30 या 40 हजार का फंड देकर कुछ मरम्मत कार्य विभाग द्वारा कराए गए हैं जिसकी जानकारी के बारे मे पर स्थाई लोगों द्वारा प्राप्त हुआ है की प्रधानाचार्य कक्ष के छत पर कुछ सीमेंट लेपन का कार्य कराया गया है और ग्राम सभा के फंड से बाउंड्री वाल कराई गई है लेकिन इन सभी तथ्यों को देखते हुए शिक्षा विभाग के घुटने टेकने वाली बात को साफ जाहिर कर रहा है विभाग की लाचारीता रिकवरी के आदेश के 5साल बाद गमन किए ने वाले कर्मचारी को अंतिम नोटिस भेजते हुए 1 सप्ताह का समय बीएसए महोदय ने दिया था जो कि लगभग 100 सप्ताह बीतने के बाद भी आज भी महोदय का सप्ताह नहीं पूरा हुआ और ना ही कोई कार्यवाही की गई ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों द्वारा सिर्फ पर के चरित्र पर धब्बा लगाने का कार्य किया जा रहा है ऐसे फर्स्ट अधिकारी और कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त  करते हुए उसे दंडित किया जाना अतिआवश्यक है।

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