अमित लिए इतिहास खड़ा...
मैट्रो मत न्यूज :- अमित लिए इतिहास खड़ा...
लेप लगा के सारी क्षमता कूटिनीति में घोल दिया,
शेर -ए नजफ़ को याद करो जो छीन विश्वकप लाया था
राजनीति की भेंट चढ़ा मुल्तान इसी नें हिलाया था
क्रिकेट के सुल्तान को अर्श से फर्श पे किसने पहुँचाया
विंदु नहीं सहवाग अकेला भ्रस्ट तंत्र की ये माया,
याद करो उस विद्यालय को रामनाम की छाप लिए,
मेधावी बच्चों की गरिमा को सिक्कों में छाप लिए
अट्ठारह को लिखे इक्यासी धन कुबेर वो टॉप किये,
पढ़कर चश्मा चढ़ा हो जिसपर उसपर कितना पाप किये,
याद करो उन परधानों को जिनकी जनता होती है,
पैर पकड़कर राजनीति की, और बताते चुनौती है,
योजनाओं के कागज को सबसे पहले हथियाते है,
काट छाँट धन बाँट बाँट घर के चक्कर लगवाते है,
स्वामी जी के आदर्शों का अमित लिए इतिहास खड़ा,
जागो उठो लक्ष्य को देखो प्रश्न लिए इतिहास खड़ा,
बीच लक्ष्य के खड़े भेदिये अमित लिए इतिहास खड़ा,
राजनीति के चौराहे पर भ्रमित लिए इतिहास खड़ा,
रचना :- अमित पाठक बहराइच-