अराजकतत्वों ने लाभार्थियों के मुँह का छीना निवाला "घी और दूध लूट लिया मिलके गाँव वालों ने, मुख्य सेविका ने मौके पर पहुँचकर कार्यकत्री को बचाया"
मैट्रो मत न्यूज ( अमित पाठक बहराइच ) बिशेश्वरगंज आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व समूह सखी के माध्यम से लाभार्थी महिलाओं व कुपोषित बच्चों के लिए गेंहूँ, चावल, दाल, दूध व घी देने की योजना पर सरकार ने सार्थक पहल की जिससे बच्चे कुपोषित न रहे, गर्भवती महिलाओं में इमन्युटी पावर मजबूत हो तथा सभी पात्रों को समुचित आहार मिल सके परंतु सरकार की इस प्रभावी योजना को अराजकतत्वों द्वारा आज के नवीन भारत को पूर्ववत रहे गुलाम भारत के दिनों की याद दिला रहे है जिसमे भुखमरी थी और लूटपाट कर पेट पालना एक जरिया था।