फार्मासिस्ट को किया जा रहा है प्रताड़ित, मारा गया छापा मिला पशुआहार

मैट्रो मत न्यूज ( संवाददाता बहराइच ) विकासखण्ड बिशेश्वरगंज अंतर्गत चल रहे सैकड़ों अवैद्य मेडिकल स्टोर व झोला छाप चिकित्सकों की भरमार है।

जो दिन रात उपचार और सर्जन का कार्य करके आये दिन बड़ी वारदातों को अंजाम देकर मरीजो को उनके हाल पर छोड़ देने का रवैया अख्तियार किये है । ऐसे में अकेले सिर्फ फार्मासिस्ट डॉ विकास द्विवेदी के यहाँ ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा छापा मारना कितनी पारदर्शिता रखता है । बताते चले कि मंगलवार अपराह्न पूरी टीम के साथ फार्मासिस्ट डॉ विकास द्विवेदी की दुकान पर छापा मारा गया जहाँ पशुआहार मिला ये वाक्या करीब हफ़्तों से चल रहा है जिसमे विपक्षियों के साथ मिलीभगत कर प्रशासन एक साजिश के तहत  विकास द्विवेदी को लगातार प्रताड़ित कर रहा है जबकि पूरे क्षेत्र में कई अवैद्य मेडिकल व झोलाछाप डॉक्टर है जिनकी दुकानों पर प्रतिबंधित दवाइयां भी है उन्हें दामाद की तरह सर आँखों पर बैठाकर सारी खता माफ है, की एक मुश्त मोहर लगा दी गयी है। दर्जनों ग्रामीणों ने कहा जब एक फार्मासिस्ट को फर्जी बताकर इस तरह से परेशान किया जा रहा है तो हम लोग अपने बच्चों को बी फार्मा आदि की डिग्री के लिए न पढ़ाएं वही बिना लाइसेंस धड़ल्ले से चल रहे मेडिकल पर क्या प्रशासन या चीफ मेडिकल आफिसर की नज़र नहीं पड़ी या फिर नज़रबंद रखने का ख़ुशनामा अदा किया जाता है। सरकारी मेडिकल ऑफिसरों से जनता कितना संतुष्ट है ये जगजाहिर है और फार्मसिस्ट अपनी क्षमता से किसी का जीवन बचाये तो झोलाछाप कहलाता है । लोकतंत्र के आशियाने में यहाँ एक न्यायिक जांच होनी चाहिये जिसके दायरे में सभी मेडिकल स्टोर हो, तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा।

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