सैक्स वर्कर की मासूम बेटी को दिल्ली पुलिस के DCP ने पढ़ाई के लिए भेजा कॉन्वेंट

मैट्रो मत न्यूज नई दिल्ली :- सेन्ट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस द्वारा दिल्ली के जीबी रोड रेड लाइट एरिया में रहने वाली एक सैक्स वर्कर की पांच साल की बेटी को एक ऐसी जिंदगी देने का प्रयास किया है जो उसको सुनहरे भविष्य की तरफ ले जाएगी। सैक्स वर्कर की मासूम बेटी को DCP ने पढ़ाई के लिए भेजा कॉन्वेंट।

मामला दिल्ली का रेड लाइट एरिया जीबी रोड का है जहाँ तकरीबन 30 से अधिक कोठो पर 2000 से ज्यादा सैक्स वर्कर्स रहती हैं। इनका जीवन गुजारने का एक मात्र सहारा देह व्यापार  है। इस देह व्यापार के दलदल में फंसी इन महिलाओं को निन्दित जीवन से उभारने के लिए जिला उपायुक्त हर संभव कोशिश में लगे रहते हैं। इस बदनाम बस्ती जीबी रोड में आज से 10 वर्ष पहले एक महिला जिस्म फरोशी के दलदल में फंस गई थी।  उसकी पांच साल की बेटी उसके साथ उसी  गंदे माहौल में पल रही थी। अपने नारकीय जीवन से दूर रखने के लिए उस सैक्स वर्कर ने साहस दिखाया। उसने इस गन्दगी से अपनी 5 साल की बेटी को दूर रखने के लिए दिल्ली पुलिस से गुहार लगाई । महिला को डर था की उसकी मासूम बच्ची के दिमाग में इस बुरे माहौल का असर पड़ेगा और उसका जीवन उसके तबाह हो जायेगा।  वह चाहती थी उसकी बच्ची पढ़ लिख कर सभ्य समाज का हिस्सा बने।  जीबी रोड की महिला चौकी सब इंस्पेक्टर किरण सेठी के उसने अपनी इच्छा जाहिर की इस महिला सब इंस्पेक्टर ने इस महिला को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

सब इंस्पेक्टर किरण सेठी ने बच्ची के मामले को कमला मार्किट एसीपी अनिल कुमार, थाना इंचार्ज लेखराज सिंह ने जिला डीसीपी संजय भाटिया के सामने रखा। इस महिला की बेटी का मसला जब  जिला डीसीपी संजय भाटिया के सामने रखा गया तो उन्होंने खुद इस मामले पर संज्ञान लेते हुए। इस बच्ची की शिक्षा के लिए सारी व्यवस्था का जिम्मा ले लिया। पुलिस ने बाल कल्याण विभाग से इजाजत लेकर, दिल्ली के लाजपत नगर के कस्तूरबा गाँधी बाल निकेतन (कान्वेंट) में भेज दिया।  इस बाल निकेतन में इस बच्ची को पांचवी कक्षा तक शिक्षा दी जाएगी  इसके बाद इसके कालेज तक की शिक्षा के लिए अगले स्कूल में भेज दिया जायेगा।  इस बच्ची के बालिग होने तक इसकी शिक्षा की सारी देखभाल पुलिस के संरक्षण में की जाएगी। इस बच्ची की माँ ने बताया की उसकी बच्ची ने जब से बोलना शुरू इसके पढ़ने लिखने में बहुत रूचि है, बच्ची का कहना है वह डॉक्टर बनना चाहती है। बच्ची की माँ इस माहौल से इस बच्ची को दूर रखने के लिए और उसके सुनहरे भविष्य को बनाने के लिए बहुत दिनों से प्रयास कर रही थी किन्तु लोग जीबी रोड का नाम सुनते ही मदद के लिए कदम पीछे खींच लेते थे। दिल्ली पुलिस ने  हताश हुई इस माँ की पांच साल की मासूम बेटी की मदद का दामन थामा और मानवता की बेहतरीन मिशाल पेश करते हुए उसके जीवन की नई आधारशिला रखी।

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