थोड़ा दुनियां से हटकर चल :- लेखक अजय चौरसिया
मैट्रो मत न्यूज ( अजय चौरसिया दिल्ली )
कुछ करना है, तो डटकर चल, थोड़ा दुनियां से हटकर चल,
लीक पर तो सभी चल लेते है, कभी इतिहास को पलटकर चल,
बिना काम के मुकाम कैसा, बिना मेहनत के, दाम कैसा ?
तो राह में, राही आराम कैसा ?
अर्जुन सा निशाना रख मन में, ना कोई बहाना रख !
लक्ष्य सामने है, बस उसी पे अपना ठिकाना रख !!
सोच मत साकार कर, अपने कर्मो से प्यार कर !
मिलेगा तेरी मेहनत का फल, किसी ओर का ना इंतज़ार कर !!
जो चले थे अकेले उनके पीछे आज मेले है ...
जो करते रहे इंतज़ार उनकी, जिंदगी में आज भी झमेले है।।
अजय चौरसिया -अध्यक्ष- सनातन कृषि गोसेवा ट्रस्ट ( रजि. )