स्वामी आर्य वेश श्री कृष्ण का चरित्र योगिराज का रहा :- राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य
मैट्रो मत न्यूज ( नीरज पाण्डे नई दिल्ली ) केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में 1939 के हैदराबाद सत्याग्रह आंदोलन के बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई व योगेश्वर श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर ऑनलाइन उनके कार्यो को स्मरण किया गया । आर्य संन्यासी स्वामी आर्य वेश(प्रधान, अन्तराष्ट्रीय आर्य समाज) ने कहा कि निजाम हैदराबाद के अत्याचारों से तंग आकर आर्य समाज ने उन्हें 1937 में चेतावनी दी गई, फिर कोई असर न होने पर 1939 में राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन शुरू किया गया । देश भर से जत्थे आने शुरू हो गए आखिरकार निजाम को झुकना पड़ा आर्य समाज के 38 सत्याग्रही शहीद हुए।भारत सरकार ने 4000 आर्यो को स्वतंत्रता सेनानी स्वीकार कर पेंशन भी दी । सरदार पटेल ने यह स्वीकार किया कि यदि आर्य समाज ने हैदराबाद सत्याग्रह न किया होता तो भारत में उसे शामिल करना कठिन होता । उन्होंने कहा कि आर्य समाज का अर्थ था विद्रोह, क्रांति और बलिदान तभी महर्षि दयानंद जी से प्रेरणा पाकर हजारो लोग स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और अनेकों शहीद हुए,लेकिन उनका कहीं जिक्र भी नहीं होता । केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि हम हैदराबाद सत्याग्रह के बलिदानियों को सदैव याद रखे ,साथ ही क्रांतिकारी खुदी राम बोस के बलिदान दिवस पर याद करें । उन्होंने योगिराज श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर स्मरण करते हुए कहा कि वह योगेश्वर थे, उन्होंने जीवन पर्यन्त कोई बुरा काम नहीं किया । उन्होंने 12 वर्ष तक तप किया और उनकी एक ही पत्नी थी रुक्मिणी और बेटा था प्रधुम्न । राधा के साथ उनका नाम जोड़ना यह उनका चरित्र हनन और उनका अपमान है । महर्षि दयानंद जी सत्यार्थ प्रकाश में लिखते हैं कि इस मदभागवत वाले ने श्री कृष्ण के साथ बड़ा अन्याय किया है यदि यह न होता तो ऐसी श्री कृष्ण की दुर्गति न होती । योगेश्वर श्री कृष्ण के सच्चे स्वरूप को बताने व समझने की आज आवश्यकता है । सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी दुर्भाग्यपूर्ण व अज्ञानता का परिचायक है जिसमे उन्हें लिव इन रिलेशनशिप का उदाहरण दिया गया है यह निंदनीय है । अध्यक्षता करते हुए प्रेम प्रकाश शर्मा(मंत्री,तपोवन आश्रम देहरादून) ने कहा कि श्री कृष्ण नैष्ठिक ब्रह्मचारी थे उनपर लगाए सभी आरोप निराधार व गलत है । प्रान्तीय महामंत्री प्रवीन आर्य ने कहा कि हम नयी पीढ़ी को श्री कृष्ण की सच्चे चरित्र से अवगत करवायेगे । प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता ने कहा कि हैदराबाद स्वतेन्त्रता सेनानियों के बलिदान को सदा याद रखा जायेगा । गायक नरेन्द्र आर्य सुमन, संगीता आर्या गीत,वीना वोहरा,संध्या पाण्डेय, उर्मिला आर्य,उषा मलिक, सुलोचना आर्या आदि ने गीत सुनाये । आचार्य महेन्द्र भाई ने धन्यवाद किया । देवेन्द्र भगत,यशोवीर आर्य,देवेन्द्र गुप्ता,विक्रम महाजन,अशोक बंसल,डॉ विपिन खेड़ा, सुरेन्द्र शास्त्री आदि उपस्थित थे।