आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में "मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम व्यक्तित्व व कृतित्व" पर आर्य विचार गोष्टी का हुआ आयोजन..
मैट्रो मत न्यूज ( नीरज पाण्डे नई दिल्ली ) जनपद गजियाबाद में आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में "मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम व्यक्तित्व व कृतित्व" पर आर्य विचार गोष्टी का आयोजन किया गया।यह परिषद का कोरोना काल में 70वां वेबिनार था। वैदिक विद्धवान आचार्य वीरेन्द्र विक्रम ने कहा कि श्री राम का पूरा जीवन मर्यादा से बंधा हुआ है, वह एक योग्य सुपुत्र,योग्य पति, योग्य भाई और आदर्श राजा का जीवन जिये। उन्होंने स्वयं स्थापित जीवन मूल्यों सिद्धान्तों का पालन किया और विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य नहीं खोया। उन्होंने हर क्षेत्र अपनी छाप छोड़ी जो अनुकरणीय है। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि श्रीराम के जीवन चरित्र को आज आत्मसात करने की आवश्यकता है।उनका जीवन त्याग,समर्पण बलिदान का अनुपम उदाहरण है।श्री राम भारतीय संस्कृति के आधार स्तम्भ हैं। आर्य नेता कन्हैया लाल आर्य (मंत्री,परोपकारिणी सभा, अजमेर) ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण पर हम स्वागत व खुशी प्रकट करते हैं साथ ही हमारा मानना है कि चित्र की नहीं अपितु चरित्र की पूजा होनी चाहिये और त्याग को जीवन में स्थान देना चाहिए।गोष्टी के अध्यक्ष समाज सेवी हरीश भारद्वाज ने कहा कि गुरूकुलीय शिक्षा से श्री राम सबके आदर्श बने हमें गुरुकुलों की उन्नति और विकास पर ध्यान देना चाहिए,जिससे ऐसे महापुरुषों का निर्माण हो। प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि श्रीराम एक विचार और राष्ट्रीयता के प्रतीक हैं। सौरभ गुप्ता ने युवाओं से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। गायिका संगीता आर्या,अशोक बुद्धिराजा,किरण सहगल,मृदुल अग्रवाल,नरेंद्र आर्य सुमन,वीना वोहरा,किरण चोपड़ा,आशा गुप्ता ने गीत सुनकर समा बांध दिया। आचार्य महेंद्र भाई,देवेन्द्र भगत, यशोवीर आर्य,जगदीश मालिक, पुष्पा शास्त्री,गीता गर्ग आदि उपस्थित थे।