यूपी के बाद अब दिल्ली पुलिस भी गैंगस्टरों पर नकेल कसने को तैयार..

मैट्रो मत न्यूज ( चेतन शर्मा दिल्ली ) उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्‍या कर सुर्खियों में आने वाले विकास दुबे कांड से सीख लेते हुए दिल्‍ली पुलिस अब और ज्‍यादा अलर्ट मोड में आ गई है। राजधानी के सभी बड़े और नामी गैंगस्‍टरों की बुरे दिन आने वाले हैं। दिल्‍ली पुलिस आयुक्‍त ने अपने सख्‍त आदेश में यह दिया है कि बदमाशों की अब उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। बता दें कि यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे का कानपुर में एनकाउंटर कर दिया था। दिल्ली में अपराध पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने फरार चल रहे सभी गैंगस्टरों पर नकेल कसने का निर्णय किया है। पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच समेत सभी 15 जिले के डीसीपी को निर्देश दिए हैं वे अपने-अपने जिले में रहने वाले गैंगस्टरों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ जल्द से जल्द धर-पकड़ अभियान शुरू कर दें।स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच को खासतौर पर बड़े गैंगस्टरों पर काम करने के निर्देश दिए गए। इस संबंघ में गत दिनों आयुक्त ने सभी जिले व यूनिटों के आला अधिकारियों के साथ पुलिस मुख्यालय में बैठक की। बैठक में सभी को अपराध पर अंकुश लगाने के लिए तत्परता से जुट जाने को कहा। आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि गैंगस्टरों को पकड़ने के बाद उनसे विस्तार में पूछा जाए कि उनके गिरोह से कितने बदमाश जुड़े हैं। उनकी पूरी चेन के बारे में पता लगाकर सभी को गिरफ्तार करने की कोशिश करें। यह भी पता लगाए कि अपराध के रास्ते पर आकर उन्होंने कितनी संपत्ती अर्जित की है। संगठित अपराध के जरिए संपत्ति अर्जित करने के सुबूत मिलने पर उनपर मकोका लगा दिया जाए। आयुक्त ने यह भी कहा कि गैंगस्टरों के जमानत अथवा पैरोल पर बाहर आने पर संबंधित थाना पुलिस बीट अफसरों के माध्यम से उनके प्रतिदिन के कारनामे पर गोपनीय तरीके से नजर रखें। जरूरत पड़ने पर उन्हें गिरफ्तार कर फिर जेल भेज दें। सभी बदमाशों की हिस्ट्रीशीट तैयार करने की परंपरा दिल्ली पुलिस में पहले से है। अगर किसी बदमाश का हिस्ट्रीशीट तैयार नहीं है तो उसे तुरंत तैयार कर लिया जाए। पुलिस अधिकारियों की मानें तो दिल्ली के अधिकतर बड़े गैंगस्टर इन दिनों तिहाड़ जेल में बंद है। पिछले तीन चार महीने में दिल्ली पुलिस 150 से अधिक बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें कुख्यात जितेंद्र उर्फ गोगी, संदीप उर्फ ढिल्लू व अनवर ठाकुर आदि शामिल हैं। ये लंबे समय से फरार थे। दिल्ली से बाहर रहकर ये अपने गुर्गे के जरिए राजधानी में रंगदारी वसूलने, सुपारी लेकर हत्या कराने, विवादित जमीनों को कब्जा करने व वर्चस्व के लिए गैंग वार की घटना को अंजाम दे रहे थे। जितेंद्र उर्फ गोगी व संदीप ढिल्लू पिछले तीन सालों से दिल्ली पुलिस को नाक में दम कर रखा था। कुछ महीने से स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच ने इनामी बदमाशों को दबोचने के लिए अभियान छेड़ दिया है। पुलिस के निशाने पर अब बाहरी दिल्ली के रहने वाले एक लाख का इनामी प्रवीन मोंटा के अलावा कुख्यात हाशिम बाबा, आया नगर का रोहित गुर्जर व दक्षिण दिल्ली का रवि गंगवार आदि बदमाश हैं।


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