सरकार के 18 घण्टे विद्युत आपूर्ति का दावा क्षेत्र बिशेश्वरगंज में हुआ खोखला साबित "कर्मचारी ड्यूटी पर खेलते हैं आंख मिचोली"

मैट्रो मत न्यूज ( विकास द्विवेदी बहराइच ) आधुनिक युग में सम्पूर्ण तंत्र बिजली के अधीनस्थ है यानी सबसे बड़ी जरूरत, और जितनी अधिक जरूरत है उतनी ही उदासीनता विद्युत विभाग द्वारा बरती जा रही है । समस्या चहुँओर की है परेशान कोई एक नहीं। जनपद के विकासखंड बिशेश्वरगंज अंतर्गत विद्युत व्यवस्था बद से बदतर हो गयी है उस कोढ़ की तरह जिसका उपचार तो है पर करने को कोई तैयार नहीं, संबंधित अधिकारी विद्युतकर्मियों के सहारे है और विद्युतकर्मी चिन्हित होटलों पर बैठ दुपहरिया की छाँव में दो दूना चार बता गुमराह कर ,शाम के मयखाने का परिंदा तलाश करते है पश्चात अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर एक काफिला निकलता है और कुछ देर आँख मिचौली उपरांत बिजली से घर रोशन हो जाता है क्योंकि फाल्ट हो तो ढूँढा जाये जब पहले से पता है कि फाल्ट कहाँ है तब यानी जागते व्यक्ति को जगाना। सूत्रों की माने तो विद्युत विभाग के चंद अराजकतत्वों की बदौलत पूरे सिस्टम पर धब्बा लग रहा है, कर्मियों द्वारा अकारण आपूर्ति बंद कर उगाही करना, सूर्योदय की फाल्ट को सूर्यास्त तक टालना पश्चात सूर्य अस्त सम्पूर्ण मस्त का नहर किनारे एक दौर शुरू होता है फिर सुरूर में शुरू होता है फाल्ट तलाशने और बनाने का कार्य । प्रत्यक्ष में यही आलम प्रतिदिन रात का है तो निःसंदेह सूत्र सत्यवादी है । जनता परेशान अधिकारी हैरान कि प्रातः पसीने की चंद बूंदे गिरने से लाइन में फाल्ट आ जाता है, हवा का एक झोंका पूरे सिस्टम को झकझोर देता है, मोबाइल एक तरफ से बंद या फिर रिसीव नहीं होगा, दर्जनों ऐसी वारदात पूरे जनपद में घटी है जहाँ घर मे करंट उतरने से कइयों की जान चली गयी पर साहब बने लोगों ने फोन उठाने तक कि जहमत नहीं उठाई । यानी दोषी वही जो करंट लगे व्यक्ति को बचाने गया और खुद मरा, मानवता को तार तार कर देने वाला मंज़र नज़र आता है विद्युत विभाग के इस शर्मसार कृत्य से , यही कड़वा कटुसत्य है बावजूद सचेतने के भारत सरकार की 18 घण्टे बिजली और सौभाग्य योजना को धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी है । पवन उपाध्याय ने बताया कि दिन भर में पचासों बार बिजली आती जाती है वही दीप नारायण पाण्डेय ने बताया 18 घण्टे के सापेक्ष में सिर्फ 3 से 4 घण्टे ही लाइट मिलती है । दुर्गेश शुक्ला ने बताया कि 18 घण्टे में अनगिनत बार कटौती की जाती है शासन प्रशासन भी खामोश है। उपर्युक्त तथ्यों के संबंध में अधिशाषी अभियंता विद्युत बहराइच ऐश्वर्य सिंह रघुवंशी ने उक्त मामलों में सहायक अभियंता को फोन लाइन पर लिया पर उन्होंने बिजली सही होने की बात कहते हुए फोन काट दिया। वहीं इस सम्बंध में मुख्य अभियंता विद्युत देवीपाटन मंडल राम स्वरूप ने कहा कि स्पष्टीकरण लेके पूछूँगा कि ऐसा क्यों हो रहा है।


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