पीओके और गिलगित - बाल्टिस्तान का हो भारत में विलय :- अतुल मिश्र
मैट्रो मत न्यूज (नीरज पांडेय नई दिल्ली ) केसरिया हिन्दू वाहिनी के संस्थापक अतुल मिश्र ने फ़ोन पर बताया की विभाजन के समय जो पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित- बाल्टिस्तान का क्षेत्र भारत मे होने की संधि हुई थी उसे आज तक की सरकारों ने कभी राष्ट्रीय मुद्दा नही बनने दिया ,जो भारत का हिस्सा होना चाहिए था वह क्षेत्र आज भी हमारे पास नही है क्योंकि अभी तक कि कांग्रेस शासित सरकारों ने कभी इसकी पहल नही की।राजा हरि सिंह से जो समझौता हुआ था उसमें भी साफ साफ पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित - बाल्टिस्तान को भारत का अभिन्न अंग माना गया था ,26 अक्टूबर 1947 को बंटवारे के निर्णय में जो निर्णय लिए गए उसके लिए इन कांग्रेसियों ने कभी कोई लड़ाई नही लड़ी ,आज हम लोगो ने इस विषय पर पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ को सुना और डॉ कैप्टन सिकंदर रिज़वी के कई वीडियो भी देखे तो ये जाना कि हमारे देश के लिए ये कितना अहम मुद्दा है हम लोग अपनी सरकार से इस क्षेत्र को किसी भी कीमत पर भारत मे विलय चाहते है और जो हक़ वहां के नागरिकों को मिलना चाहिए ,वो हम उनको देने की मांग सरकार से करते है ,इस मुद्दे पर हम सब केसरिया परिवार के लोग देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को संबोधित एक ज्ञापन हर जगह से जिलाधिकारी के माध्यम से देंगे और सरकार तक हम युवाओं और देशवाशियो की ये आवाज़ जरूर पहुंचाएंगे। आज की सरकार राष्ट्रहित में अच्छे फैसले ले रही है तो हमे पूरा विश्वास है कि पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित - बाल्टिस्तान का विलय भारत मे जरूर होगा ,और आज हम सब केसरिया परिवार के लोग शुक्रगुजार है ऐसे दिव्य पुरुषों के जो हमारे देश की अखंडता और संप्रभुता को मज़बूती देने के लिए हम जैसे युवाओं में एक जोश भर रहे है । केसरिया परिवार के लोग इस मुद्दे को जन जन तक पहुंचाने में जुटने जा रहे है ,सभी लोग हर भारतीय को ये बताये की पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान हमारे भारत का अभिन्न अंग है और वहां रहने वाले हर भारतीय हमारे भाई बहन है।