आखिरकार नकलमाफ़ियाओ नें लिख दी भारत की अमित कहानी..
मैट्रो मत न्यूज ( अमित पाठक बहराइच ) बिशेश्वरगंज छात्रों के सुनहरे भविष्य को लेकर योगी सरकार ने ठोस कदम उठाये, नकल करने से रोकने के लिये और नकल माफिया सक्रिय न हो सीसीटीवी कैमरों के बीच परीक्षा कराने हेतु निर्देशित किया गया परंतु नकलमाफ़ियाओ ने तू डाल डाल मैं पात पात के कथनों पर चलते हुए सरकार की छवि धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।मेधावी छात्रों का भविष्य इन गिरोहों के बीच अंधकारमय है । जनपद बहराइच अंतर्गत विशेश्वरगंज के ग्रामसभा कुरसहा का हाईस्कूल विद्यार्थी भारत पाठक पुत्र अमित पाठक ने 600 के सापेक्ष में 454 अंक प्राप्त कर सम्मानजनक 75 प्रतिशत अर्जित करने के बाद सिस्टम पर सवाल उठाए । बता दें कि नंद इंटर कालेज पहुँचकट्टा का छात्र भारत का सेंटर रामप्रकाश इंटर कालेज सुहेलवा पयागपुर गया था जहाँ परीक्षा के पहले दिन ही भारत पाठक सहित अन्य कई छात्रों को सी कॉपी माँगने पर नही दी गयी साथ ही कक्ष निरीक्षक द्वारा अभद्र व्यवहार भी किया गया परिणामस्वरूप समय रहते हुए भी छात्रों को कई प्रश्न छोड़ने पड़े । परीक्षा समाप्ति के बाद जब यह जानकारी छात्रों ने पत्रकार अमित पाठक व संतोष मिश्रा को दी, तब तक देर हो चुकी थी पश्चात जिला निरीक्षक अधिकारी राजेन्द्र पाण्डेय से अविलम्ब इस तथ्य पर बात की गई तो उन्होंने तत्काल मामले की गंभीरता को लेकर संज्ञान में लिया एवं सख्त कार्यवाही की बात कही। सिलसिला फिर भी यही रुका नहीं और कई गुप्त स्थानों पर कैमरा न लगाकर पैसा लेकर नकल कराने की खबर सूत्रों ने दी, ये बात भी जिला विद्यालय निरीक्षक के संज्ञान में रखी गयी । अहम बात तो यह रही कि जितना जिला विद्यालय निरीक्षक साहब व्यवस्था को दुरुस्त करवाने का प्रयास करते उसकी गाज़ कमरे में बंद उन मेधावी छात्रों पर गिरती जिनके परिजन पैसा देने में असमर्थ थे, मासूम बच्चों के पास खड़े होकर उनको डिप्रेशन में डालकर मानसिक रूप से टार्चर करने का समुचित उपाय किया गया कि सिर्फ पैसा देने वाले छात्र अव्वल आये । छात्र भारत पाठक ने बताया कि मेरे लगभग 50 प्लस अंक कम आये है ,मैं आज भी रामप्रकाश इंटर कालेज के सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले छात्र बन्धु से प्रतियोगिता कर सकता हूँ । अब सवाल यह कि नकलमाफ़ियाओ के रचे चक्रव्यूह के चंगुल से निकल कर मेधावी छात्र कैसे आगे बढ़ेंगे, रुपये से डिग्री खरीदकर बना ऑफिसर आज समाज मे फैली अराजकता से वाकिफ नहीं ।आज अपेक्षा के अनुरूप अंक प्राप्त करने वाले उन छात्रों को तो तसल्ली है जो समर्थवान पिता की छाँव में उगता सूरज बन गए और उगते सूरज पर नकलमाफ़ियाओ का अनवरत राहू बन ग्रसना जारी है । यूपी सरकार के सख्त रवैये से इस बार कई विद्यालय चपेट में आये लेकिन साहब... वो नहीं आये जो अरसे से विख्यात है।