यमुना पुत्रो कसम खा लो अब मां यमुना जी के जल को प्रदूषित नहीं होने दोगे :- मणिकेश चतुर्वेदी
मैट्रो मत न्यूज ( चेतन शर्मा दिल्ली ) दिल्ली स्थित मां यमुना जी के वास्तविक जल स्वरूप को औद्योगिक कचरे, केमिकल एवं सीवरेज वेस्ट युक्त पानी के प्रदूषण से मुक्त बनाए रखने हेतु अपने वोलेंटियर भी लगाने लिए तैयार "शैडो केबिनेट" के मनिकेश चतुर्वेदी।
उन्होंने बताया मोदी सरकार हमारे पूर्व के प्रार्थना पत्रोंका एक बार गहनता से पुनः अवलोकन करे जिनमें हमने दिल्ली स्थित मां यमुना जी के प्रति श्रद्धालुओं की भावनाओ को देखते हुए उनके वास्तविक जल स्वरूप को औद्योगिक कचरे, केमिकल एवं सीवर युक्त पानी के प्रदूषण से मुक्त कराने हेतु अनेकों प्रार्थनाये की है । उन्होंने सरकार से कहा जैसा कि आप अब लोंकडाउन के प्रथम चरण के बाद से ही (सभी औद्योगिक इकाइयां बंद हो जाने के कारण) देख पा रहे हैं, कि मां यमुना जी के प्रदूषण युक्त जल स्वरूप में काफी सुधार हुआ है, और मां यमुना जी का वास्तविक जल स्वरूप दिल्ली से मथुरा आगरा तक 70% तक शुद्ध, पवित्र हो गया है । इससे साबित होता है यमुना जी के वास्तविक जल स्वरूप पर सीवर युक्तत पानी का कोई खास असर नहीं होता, सारा किया कराया औद्योगिक इकााइयों से निकलने वाला कचरा और केमिकल युक्त गंदा पानी ही होता है। जिसकी रोकथाम करना अति आवश्यक है। जबकि इससे पहले भी दिल्ली सरकार द्वारा केंद्र सरकार के नमामि गंगे प्रोजेक्ट के सहयोग से मां यमुना जी के प्रदूषण युक्त जल स्वरूप में सुधार लाने हेतु कई यमुना एक्शन प्लान तैयार किए गए बजट के प्रावधानों से धनराशिया आबंटित हुई पर यमुना जी के वास्तविक जल स्वरूप में कोई खास परिवर्तन कभी नहीं देखा गया। जो बदलाव आज बिना किसी योजना
और बजट प्रावधान के संभव हो सका । जिससे साबित होता है, कि यमुना जल शुद्धीकरण हेतु अधिकारी और कर्मचारीयो की निष्ठा और ईमानदारी का अभाव ही रहा।
हमारा सरकार से निवेदन किसी भी तरह दिल्ली की जायज ना - जायज तमाम औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले कचरा और केमिकल युक्त गंदे पानी को पूरी निष्ठा और इमानदारी से यमुना जी में आने से रोके ताकि मां यमुना जी के प्रति लोगो की भावनाएं दूषित ना हो सके आप सभी से हाथ जोड़ कर हम निवेदन करते है। हम अब यमुना जी के प्रति श्रद्धालुओं की भावनाओ को कुंठित नहीं होने देना चाहते जिसके लिए हम अब सचेत हो चुके है। तथा संवैधानिक प्रक्रियायो का पालन करते हुए सभी उचित एवं वैधानिक माध्यम से कुछ भी करने को तैयार रहेंगे। उन्होंने बताया माननीय प्रधानमंत्री जी और ग्रह मंत्रालय द्वारा चल रहे घोषित लोकडाउन की अवधि समाप्त होने के बाद भी औद्योगिक इकाइयों का निकलने वाला कचरा और केमिकल युक्त गंदा पानी औद्योगिक इकाइयों में ही आधुनिक संयंत्रों से रिसाइकिल किया जाए उसके बाद ही यमुना में प्रवाहित किया जावे, ना कि जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत और तुच्छ आर्थिक लालच के वसीभूत पूर्व की तरह सीधे यमुना जल में मिला दिया जावे। जिसकी निगरानी हेतु जरूरत पड़ने पर आपकी स्वीकृति व सहमति से हम अपने वोलेंटियर भी लगाने लिए तैयार रहेंगे।