शिक्षिका की तारीफ करते नहीं थक रहे संबंधित अधिकाती, पीएम की अपील से लगातार है मैदान में..

मैट्रो मत न्यूज ( अमित पाठक बहराइच ) चीन के वुहान से निकले वायरस नें पहले जन्म देने वालों को आगोश में लिया पश्चात अन्य देशों में कहर मचाना शुरू किया परंतु जैसे ही भारत की धरती में प्रवेश किया, देश के प्रधानमंत्री सतर्क नज़र आये, पीएम नें कमान हाथ मे ली और वायरस पर लॉकडाउन से अमोघ प्रहार किया फलस्वरूप कोरोना पीएम के बनाये चक्रव्यूह में फंसकर रह गया। पीएम ने इस विषम परिस्थिति को लेकर भारतवासियों से, जरूरतमंदों असहायों बुजुर्गों के लिए जनसहयोग की अपील की ।कोरोना से लड़ाई में तमामों हाथ पीएम की एक अपील पर आगे आये और फिर देश मे शुरू हुआ अभियान कि कोई भूँखा न सोये। इसी क्रम में जनपद बहराइच के विकासखंड पयागपुर अंतर्गत बेलवापदुम के जूनियर विद्यालय की प्रभारी प्रधान शिक्षिका प्रीती मिश्रा अपने विद्यालय के बच्चों उनके परिजनों व आस पास के अन्य  ग्रामों क्षेत्रवासियों के लिए पीएम की एक अपील पर अपने वेतन से असहायों की मदद हेतु आगे आयीं और महीनों से प्रयासरत है, शिक्षिका की इस अनूठी पहल की चर्चा पूरे क्षेत्र व जनपद तक है, जहाँ लोग उनके सराहनीय योगदान की प्रशंसा करते नहीं थक रहे वहीं उन्होंने अपने विद्यालय में पढ़ रहे छात्र हरिश्याम के पिता दलजीत मिश्रा के अचानक निधन पर, उनके घर पहुंच भारतीय नारी का कर्तव्य निभाते हुए तत्काल 20 दिन का समुचित राशन कुछ आर्थिक सहयोग के साथ उपलब्ध कराया एवँ तेरहवीं शांति आदि हेतु पचास पचास किलो आटा चावल, एक टीन रिफाइंड आदि की भी व्यवस्था की , शिक्षिका प्रीती मिश्रा में बच्चों के प्रति काफी भावनात्मक सोंच व विचार है, उन्होंने स्वर्गीय दलजीत मिश्रा के दोनों पुत्रों मोहित व हरिश्याम को स्नातक की पढ़ाई तक पूरा सहयोग करने की बात कहकर अचेत पड़ी माँ बड़कन्ना को ढांढस बंधाया । किस्से कहानियों में ऐसी बाते सुनने को मिलती थी जिसे एक शिक्षिका नें अपने क्षेत्र, समाज के लिए नज़ीर पेश करते हुए मिशाल कायम कर दी ।बता दें कि इससे पूर्व सफाईकर्मियों रसोइयों व निसहाय जरूरतमंदों को 15 से 20 दिन का खाद्यान किट उपलब्ध कराती रही व विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए दूध , ग्रामीणों के लिए मास्क, लॉक डाउन में बेरोजगार बैठी किराए पर रह रही अनाथ महिला को मास्क बनाने का रोजगार देकर ,एक महामारी के खिलाफ अभियान चला दिया जिसका कुशलता से स्वयं नेतृत्व भी किया और अनवरत संघर्ष रत है ।लोग दुवाओ और आशीर्वाद के साथ शिक्षिका की तारीफ करते नहीं थक रहे वहीं पूर्व में शिक्षिका के कार्यों की चर्चा से प्रभावित होकर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी भरसक प्रसंशा की । कोरोना एक अदृश्य योद्धा है जिसके सामने देश के पीएम ने मोर्चा संभाला है और उनकी एक अपील से समर्थवान, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, युवा एवँ शिक्षिका प्रीती मिश्रा यथासंभव जरूरत मंदों के लिए जिस तरह समर्पित है अब वो दिन दूर नहीं जब कोरोना अदृश्य वायरस भारत से हारेगा ।


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