मौत बनकर मंडरा रही है दुबे पुरवा पर बिजली "छप्पर पर गिरा ट्रांसफार्मर"

कब आओगे साहब....देर न हो जाये कहीं देर न हो जाये


मैट्रो मत न्यूज ( अमित पाठक बहराइच ) पयागपुर लोग जानते है कि बिजली जितनी सुविधाजनक है उतनी खतरनाक भी है, मौत का अभिन्न अंग है बावजूद आज के आधुनिकता को देखते हुए बिजली सबकी जरूरत बन गयी है, जरूरत जितनी बढ़ी खतरा उतना अधिक बढ़ा।वर्तमान सरकार ने सुदृढ़ व्यवस्था हेतु प्राचीन जर्जर पोल, तार, ट्रांसफार्मर आदि का नवीनीकरण के साथ घर घर विद्युत की समुचित योजना लागू की जिससे कोई दुर्घटना न हो और हर घर प्रकाशवान हो लेकिन सरकार की इस बड़ी पहल को विद्युत विभाग धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा । प्रगाढ़ मामला है जनपद के विकासखण्ड क्षेत्र पयागपुर अन्तर्गत ग्राम दूबे पुरवा ( परना ) का जहाँ छप्पर के घर से सटा रखा हुआ ट्रांसफार्मर अचानक गिरने से ग्रामवासी भयभीत व किंकर्तव्यविमूढ़ हो गए । बिजली आपूर्ति के तार जर्जर खम्भों ,दुधारू पेंडो व बांस के पोल से मौत बनकर दौड़ रही है जिससे खतरा हमेशा बना रहता है, लोगों ने बताया कि करीब 11, 12 बजे के मध्य एक पिकअप गाड़ी से लटकता हुआ तार फँस गया जिससे खम्भे पर रखा ट्रांसफार्मर पोल सहित गिर गया । घबराये लोगों ने राहत की तनिक साँस तब ली जब पता चला कि कहीं फाल्ट आदि की वजह से विद्युत सप्लाई बन्द है और ग्रामीणों की सूचना पर कर्मचारियों ने मामले को आगे अग्रेषित किया ।।खबर लिखे जाने तक ट्रांसफार्मर सहित पोल ज्यों का त्यों अभी पड़ा है।हादसा तो होते होते टला मगर कब तक यह बड़ा सवाल है । बता दे कि विद्युत विभाग द्वारा नियमित रख रखाव और नवीनीकरण नहीं होने से जर्जर टूटे व टेढ़े पोल जो कभी भी टूटकर या उखड़कर गिर सकते हैं तथा ग्रामीणों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। ग्रामीण पल-पल किसी बड़ी दुर्घटना से सहमे रहते हैं, मगर विद्युत विभाग के लोग इस दिशा में मूक दर्शक बने हुए हैं। इस गांव की आबादी 300 से ऊपर है, जो विद्युत बिभाग की दुर्व्यवस्था से जूझ रहा है। 10 वर्ष पूर्व इस गांव का विद्युतीकरण हुआ तो उस समय जर्जर पोल लगाकर अस्थायी तरीके से यह कहकर कि इसका जल्द ही नवीनीकरण करा दिया जाएगा, विद्युत आपूर्ति चालू करा दी गई। उसी विद्युत पोल से आज भी बिजली दौड़ रही है। गांव में करीब एक दर्जन से अधिक बांस के पोल लगे हैं, जो सीमेंटेड पोल हैं वें अत्यंत जर्जर हैं। ट्रांसफार्मर के पड़ोसी राम कुमार दूबे 24 घंटे किसी बड़ी अनहोनी के डर से सहमे रहते है, वे कहते है कि घर में रखे ट्रांसफार्मर की वजह से दुर्घटना हमेशा बनी रहती है, हादसा कब हो जाये पता नहीं । ग्रामीणों ने कहा कि जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं जबकि समस्या के निदान हेतु वर्षों से कई बार लिखित व मौखिक रूप में अधिशाषी अभियंता को अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।लोगों ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है, इसीलिए समस्या निदान की दिशा में उदासीन बने हुए हैं। ग्रामीणों ने विद्युत पोल बदलने की मांग की। इस संबंध में अधिशाषी अभियंता नन्द लाल से उपर्युक्त सभी तथ्यों पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है, जे ई को अवगत करा दिये है अभी पोल लग जायेगा एवँ गाँव को चयन किया गया है, इस बार काम होगा तो सब सही हो जाएगा ।


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