चाहे मुकद्दर में वेवजह घुट घुट के मरना हो "तो भी इनकी रहनुमाई में कभी जाना नहीं"
मैट्रो मत न्यूज ( अरुण शर्मा "अक्स" )
शिकायतें _ नाराज़गी _ उम्मीद _ हसरतें_ और वफ़ाएँ.....
इन लफ़्ज़ों को दामन में कभी समेटना नहीं ।।।।
अपने अपनों को कभी खोना नहीं ।।।। पर अपना दुखड़ा गैरों के आगे कभी रोना नहीं ।।।।
चाहे मुकद्दर में वेवजह घुट घुट के मरना हो ,तो भी इनकी रहनुमाई में कभी जाना नहीं .....
गर बेपरवाह गैरत में जीना हो अगर,,,, तो 'अक्स' इनके लिए कभी सकूँ खोना नहीं ।।।।