बिशेश्वरगंज ब्लाक सभागार में आयोजित हुई दिव्यांगजन सशक्तिकरण कार्यशाला..
मैट्रो मत न्यूज ( अमित पाठक बहराइच ) दिव्यांगता कोई बीमारी नहीं अपितु बीमारी या अन्य कारणों की वजह से उत्पन्न एक स्थिति है । ऐसे व्यक्तियों को देखकर, जांचकर व पूछकर उनकी दिव्यांगता का पता आसानी से लगाया जा सकता है। बुधवार को बिशेश्वरगंज ब्लाक सभागर मे बाल विकास परियोजना अधिकारी दीपा गुप्ता ने यह बातें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्बोधित करते हुए कही।दिव्यांग जन सशक्तिकरण और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ब्लाक स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के प्रशिक्षण के दौरान उन्होने कहा कि सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा जागरूकता के लिए 21 प्रकार की दिव्यांगताओं को शामिल किया गया है। जिनके लक्षण जैसे चलन दिव्यांगता, बौनापन, मांसपेशी दुर्विकास, तेजाब हमला पीड़ित, दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, श्रवण बाधित, कम, ऊंचा सुनना, बोलने एवं भाषा की दिव्यांगता, कुष्ठ रोग से मुक्त, प्रमस्तिष्क घात, बहु दिव्यांगता, बौद्धिक दिव्यांगता, सीखने की दिव्यांगता, स्वलीनता, मानसिक रूगणता, बहु-स्केलेरोसिस, पार्किसंस, हेमोफीलिया, थेलेसीमिया, सिक्कल कोशिका रोग शामिल है।विशेश्वरगंज की सीडीपीओ दीपा गुप्ता ने कहा क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां दिव्यांग सर्वेक्षण प्रश्न सूची की मदद से कम उम्र में ही उनकी पहचान करें। दिव्यांगों को उपचार, पुनर्वास सुविधाएं और प्रशिक्षण आदि में सहयोग करें। समाज में लोगों को दिव्यांगता से बचाव व रोकथाम की जानकारी दें और लोगों को बताएं कि घर में दिव्यांग की उचित देखभाल करें। उन्हे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की मदद से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयोजित कार्यक्रमों में दिव्यांग बच्चों को शामिल किया जाए।दिव्यांगों के लिए चल रहीं लाभकारी योजनाएं राज्य दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग की ओर से निराश्रित दिव्यांगों का भरण पोषण अनुदान, दिव्यांगों के विवाह हेतु प्रोत्साहन पुरस्कार, कृतिम अंग सहायता उपकरण, दुकान निर्माण संचालन योजना, निर्धन व असहाय दिव्यांग जन को चिकित्सकीय अनुदान, सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा, दिव्यांगजन शिक्षा योजना और सरकारी नौकरी में आरक्षण सुविधा जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती है जबकि भारत सरकार की ओर से एपिड योजना, रेल यात्रा सुविधा, हवाई यात्रा सेवा सुविधा तथा दिव्यांगों के रोजगार व व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय दिव्यांगता वित्त एवं विकास निगम की ओर से तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। मुख्य सेविकाओं के साथ आॅगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बताया कि कोई भी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड व विकलांगता दर्शाता हुआ फोटो लेकर सीएमओ कार्यालय में सम्पर्क कर सकता है। अंत में सीडीपीओ दीपा गुप्ता नें कहा कि योजना का प्रचार प्रसार अपने क्षेत्र में करें जिससे ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को लाभ मिले । इस अवसर पर बी डी ओ सरयू प्रसाद सीडीपीओ दीपा गुप्ता मुख्य सेविका नूतन सिंह श्यामा शर्मा सहाना बेगम गरिमा सिंह पोषण सखी दुर्गेश कुमार प्रेम चंद दुबे एवं बाल विकास परियोजना बिशेश्वरगंज की करीब सैकड़ो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद रहीं।