मोक्षद्वार में सैकड़ों वर्षों से लगता है कार्तिक पूर्णिमा पर मेला..

मैट्रो मत न्यूज ( उद्देश्य कुमार पाठक )जनपद के विकासखंड विशेश्वरगंज में आज कार्तिक पूर्णिमा पर्व का विशेष महत्व स्नान एवँ उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । क्षेत्र में कई स्थानों पर मेले का आयोजन होनें से स्थानीय अपने निकटतम मेले पर सपरिवार आनंद के साथ खरीददारी करते नज़र आये, मेला स्थल में मुख्यतः मोक्षद्वार, जनेई घाट विश्वामित्र धाम, झूलाघाट, कुण्डहवा मल्लोह आदि स्थानों पर सैकड़ों वर्षों से भव्य मेला लगता है,  मेला में दूर दूर से लोग आते है जिससे भीड़भाड़ का माहौल रहता है और प्रशासन को जबरदस्त मशक्कत करनी पड़ती है । पुराणों में आज के दिन भगवान शिव नें त्रिपुरासुर का बध किया और तभी से त्रिपुरारी कहलाये एवँ भगवान विष्णु नें आज ही के दिन मत्स्य अवतार लिया था इसलिए कार्तिक पूर्णिमा शिव भक्त व वैष्णव भक्तों के साथ सिख समुदाय के लिए भी महत्वपूर्ण माना गया है, इस दिन स्नान, व्रत व दान की दृष्टि से मोक्ष प्रदान करने वाला बताया गया है। 
आज सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जन्म हुआ था इसलिए सिख सम्प्रदाय के लोग इसे गुरूपर्व के रूप में मनाते हैं।उनके अनुयाई सुबह स्नान कर गुरुद्वारों में जाकर गुरुवाणी सुनते हैं और नानक जी के बताए रास्ते पर चलने की सौगंध लेते हैं। उपरोक्त स्थलों पर भीड़ ज्यादा होने पर मेले का विस्तार खेतों व दूर गांवों तक देखने को मिलता है आज के दिन लोग यह सोंच कर भी आते है कि इसी मेले में पुराने व बिछड़े मित्रों से मुलाकात होगी ।


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