क्यों नहीं रुक रहा एसएसबी जवानों की खुदकुशी करने का सिलसिला..
मैट्रो मत न्यूज ( विकास द्विवेदी बहराइच )
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक और बड़ी खबर आइए जानते हैं इस बार फिर उत्तर प्रदेश में एक और जवान ने की खुदकुशी ये उत्तर प्रदेश का कोई नया मामला नहीं है..............
नही थम रहा एसएसबी जवानों के ख़ुदकुशी का शिलशिला
इस समय SSB अर्धसैनिक बलों के जवानों के आत्महत्या का मामला थमने का नाम नही ले रहा है।इसके पीछे कारण क्या है अभी तक प्रकाश में नही आया है
ताजा मामला में जनपद बहराइच के सुजौली थाना क्षेत्र अंतर्गत भारत नेपाल सीमा पर स्थित पिलर संख्या 92 के पास बने एसएसबी के कंपनी हेडक्वार्टर पर तैनात 70वीं बटालियन के सब इंस्पेक्टर रमेश चौधरी ने बीती देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली | गंभीर अवस्था में उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर लाया गया | जहां डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने कर शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया | इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक बहराइच रविन्द्र सिंह ने बताया कि जवान के खुदकुशी के पीछे के कारणों का पता अभी नही चल पाया है, SSB के अधिकारियों से बात चल रही है।
जहाँ देश के प्रधानमंत्री सुरक्षा बलों के लिए बजट के माध्य्म से व उनके साथ दीपावली आदि कई फेस्टिवल पर पहुंच कर उनके आत्म बल को मजबूत बनाए जाने की कोशिश करते रहते है जिससे जवानों में किसी प्रकार के अवसाद उत्पन्न न होने पाए व जवान आत्मशक्ति से लबरेज रहे,पर एसएसबी सेना में वह कौन सी चूक है जिससे जवान आत्महत्या व खुदकुशी करने पर मजबूर हो जाते है।बात सिर्फ एक जवान के खुदकुशी करने का नही है,समझने की बात तो यह है कि आखिर एसएसबी के अर्द्धसैनिक बल के जवान क्या इतने आत्म कमजोर होते है,क्या इनके फिटनेस की जांच नही होती,आदि क्या कारण है,इस समय जवानों के ख़ुदकुशी ने दिल को झकझोर कर रख दिया है।आधा दर्जन से अधिक SSB जवानों की खुदकुशी सोचने पर मजबूर कर देती है कि आखिर SSB के जवान आत्महत्या करते क्यों है।बताते चले कि अभी साल 2019 में ही कई जगह SSB के कई जवानों ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जिसमे अप्रैल 2019 में सिकंदराबाद के जमुई जिले में SSB 32वीं चार्ली बटालियन के जवान वैभव कुमार ,05 मई को 65वीं बटालियन के जवान चौधरी गिरधर,03 जुलाई 2019 को असम प्रदेश के लखीमपुर जिले में SSB जवान मनिकम ए (फांसी लगाकर)11अगस्त 2019 को गुड़गांव के SSB ऑफिस में जवान महेश कुमार,09 नवंबर को जनपद महाराज गंज के हरदीडाली अंतर्गत SSB की 66वीं बटालियन के जवान वसर अहमद,और 10 नवंबर को जनपद बहराइच में कर्तनियाँघाट स्थित SSB की 70वीं बटालियन के जवान ने भी अपनी खुदकुशी कर ली ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर एसएसबी के जवानों पर वह कौन सा इतना बड़ा प्रेसर है जिसको जवान बर्दास्त न कर पाने के कारण अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेने में ही अपनी बेहतरी समझते है इसके पीछे वह कौन से लोग हैं जो जवानों का इस तरह से शोषण करते है जिससे जवान खुदकुशी करने को मजबूर हो जाते हैं।आखिर सरकार व विभाग का ध्यान इस तरफ क्यो नही जाता निष्पक्ष जांच और ज़िम्मेदार लोगों पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए ऐसा क्या होता है जवानों के साथ जो आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं इसका खुलासा होना चाहिए इस पर जांच होनी चाहिए यह हमारे देश की बड़ी गंभीर समस्या उभर कर सामने आ रही है