करवा चौथ (करक चतुर्थी) अर्थात भारतीय नारी के समर्पण, सहजता, त्याग, महानता एवं पति परायणा को व्यक्त करता एक पर्व..

॥ आज का भगवद चिन्तन ॥


 मैट्रो मत न्यूज ( अरुन शर्मा ) करवा चौथ (करक चतुर्थी) अर्थात भारतीय नारी के समर्पण, सहजता, त्याग, महानता एवं पति परायणा को व्यक्त करता एक पर्व। दिन भर स्वयं भूखा प्यासा रहकर रात्रि को जब मांगने का अवसर आया तो अपने पति देव के मंगलमय, सुखमय और दीर्घायु जीवन की ही याचना करना यह नारी का त्याग और समर्पण नही तो और क्या है ?


 
इस व्रत का संदेश यह है नारी अपने पति की प्रसन्नता के लिए, सलामती के लिए इस हद तक जा सकती है कि पूरे दिन अन्न- जल का त्याग कर सकती है। करवा चौथ नारी के लिए एक व्रत है और पुरुष के लिए एक शर्त। 
 
शर्त केवल इतनी कि जो नारी आपके लिए इतना कष्ट सहती है उसे कष्ट न दिया जाए। जो नारी आपके लिए समर्पित है उसको और संतप्त न किया जाए। जो नारी प्राणों से बढ़कर आपका सम्मान करती है जीवन भर उसके सम्मान की रक्षा का प्रण आप भी लो। उसे उपहार नहीं आपका प्यार चाहिए।


 करवा चौथ की सभी माताओं को बहुत बहुत बधाई। 


   -हरे कृष्णा-       


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