आखिर सत्य की हुई जीत- हुआ रावण दहन, पढिये पूरी खबर
मैट्रो मत न्यूज ( अमित पाठक बहराइच ) रामलीला का कार्यक्रम भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। यह एक प्रकार का नाटक मंचन होता है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख आराध्यों में से एक प्रभु श्रीराम के जीवन पर आधारित होता है। इतिहास काफी प्राचीन है यह पर्व भारत में ग्यारहवीं शताब्दी से भी पहले से मनाया जाता है ,इसका आरंभ दशहरे से कुछ दिन पहले होता है और इसका अंत दशहरे के दिन रावण दहन के साथ होता है। ऐसे ही विकासखंड बिशेश्वरगंज क्षेत्र के पुरैना बाजार में बहुत ही रोचक रामलीला का मंचन स्थानीय कलाकारों द्वारा किया जाता है परंतु इसबार रामलीला मैदान में जलभराव की वजह से रामलीला विलम्ब से शुरू हुई और कल देर रात रावण के पुतले का दहन करते हुए आज भरत मिलाप के साथ समापन किया गया, बताते चले कि रामलीला दशहरा पहले से खत्म हो जाने से क्षेत्रवासी व स्थानीय यहां इकट्ठा होकर प्रत्येक दिन के कार्यक्रम का आनंद लेते थे, जिसमे प्रमुखतः लक्ष्मण परशुराम संवाद, श्रीराम विवाह, अंगद रावण संवाद, धनुष यज्ञ, आदि प्रमुख रहा ।
दहन के समय हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए, प्रशासन की अहम भूमिका के साथ स्थानीयों में पाटेश्वरी मिश्रा रामबाबू वैश्य राजकुमार गंगाराम धनलाल सत्यनारायण राजाराम शोभाराम पवन उपाध्याय आदि लोगों ने शांति बनाए रखने में भरपूर सहयोग किया ।